Madhu Arora

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लेखनी कहानी -21-Feb-2022गुलशन को गुलजार बनाएं

गुलशन को गुलजार बनाएं

नई उमंगे नई तरंग है,
नव वर्ष का नव माह है।
आओ चलो नव प्रण कर ले,
सपनों को साकार अब कर ले।

हमारी संस्कृति जो गुम रही ,
उसका फिर संचार करें।
पूरा विश्व परेशान लगे,
हाथ जोड़ प्रणाम करें।

समृद्ध देश के समृद्ध वासी,
प्रेम प्यार जिसकी थी भाषा।
करें सदा मानव सम्मान ,
यही थी जीवन की परिभाषा।

भेदभाव तकरार मिटा दें,
भाईचारा हम फिर से ला दे।
सारा विश्व एक हो जाए,
रामराज्य सा राज ला दे।

शांति अमन के पुष्प खिला दे,
कोई कली न अब मुरझाए।
सुरक्षित महसूस करें यहां,
गुलशन को गुलजार बना दे।

देश हमारा है प्यारा 
अतिथि देवो भव हमारा है नारा ।
स्वर्णिम युग सा युग लावे,
गुलशन को गुलजार बनावे।

               रचनाकार ✍️
               मधु अरोरा
               21.2.2022

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6 Comments

Arman

02-Mar-2022 10:19 AM

बेहतरीन

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Pamela

01-Mar-2022 05:54 PM

Nice

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Punam verma

22-Feb-2022 06:14 PM

Nice

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